हमने सही है
तकलीफें
दिल के खातिर कई
खामोशी में
दिल के खातिर कई
खामोशी में
बिताए दिन कई
ग़मज़दा
ग़मज़दा
लगी चांदनी रातें
रो रो कर काटी
रो रो कर काटी
रातें कई
लुटी हैं हसरतें
लुटी हैं हसरतें
बार बार
ना बना हमसफ़र
ना बना हमसफ़र
अब तक कोई
फाड़ दिए ख़त
फाड़ दिए ख़त
बार बार कई
निरंतर बेवफायी
निरंतर बेवफायी
अब आदत हो गयी
27-09-2011
1572-1403-,09-11
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