Sunday, September 11, 2011

जीवन खेल का मैदान ,जीना एक खेल है

जीवन खेल का मैदान
जीना एक खेल है
हर जीत का सवाल
कहाँ ?
जो जैसा खेलेगा
नतीजा वैसा होगा
बेईमानी से खेलोगे
दूसरे खिलाड़ी को
टांग अड़ा कर
गिराओगे
एक दिन तुम भी
गिर जाओगे
खेल भावना से खेलोगे
सब को भाओगे
कोई ज़ल्दी थकेगा
खेल बीच में छोड़ेगा
कोई अंत तक खेलेगा
हार ना मानेगा
जी जान लड़ा देगा
निरंतर जीवन को
खेल समझेगा
आनंद और खुशी से
जीवन जियेगा
जीवन खेल का मैदान
जीना एक खेल है
10-09-2011
1481-53--09-11

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