उम्र ढलती है
ज़ज्बा नहीं
ज़ज्बा नहीं
हंसने वालों का
हंसना
कभी रुकता नहीं
लाख काटों से पाला पढ़े
निरंतर चलना कभी
थमता नहीं
जिन के दिल में
हंसना
कभी रुकता नहीं
लाख काटों से पाला पढ़े
निरंतर चलना कभी
थमता नहीं
जिन के दिल में
जलती है
मोहब्बत की शमा
दिल लगाना कभी
ख़त्म होता नहीं
जो भी मिले प्यार से
दिल का दरवाज़ा
मोहब्बत की शमा
दिल लगाना कभी
ख़त्म होता नहीं
जो भी मिले प्यार से
दिल का दरवाज़ा
उनके लिए कभी बंद
होता नहीं
होता नहीं
27-09-2011
1573-1404-,09-11
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