177--02-11
बिना जल
जीवन का उदगम ना होता
ना नदी,ना समुद्र होता
ना वर्षा का मौसम होता
धरती पर गर्मी का राज होता
लावा पहाड़ों से निकलता
हर स्थान सूखा होता
मानव कानाम-ओ-निशान
ना होता
परमात्मा का क्या स्थान होता?
कौन उसे मानता?
कौन निरंतर उसे पूजता
अगर धरती पर पानी ना होता
कभी कोई प्यासा ना मरता
01-02-2011
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