आज जीवन के
पौधे में एक फूल खिला
एक नया मित्र बना
सुख दुःख बांटने का
अवसर मिला
निरंतर विश्राम कर रहे
मन को फिर चलने का
अवसर मिला
अब निरंतर दिल
उससे मिलने का करेगा
एक दूसरे को सहारा
मिलेगा
मन की व्यथा
कम होगी
होठों पर हँसी होगी
जीवन के तनाव से
कुछ पल मुक्ती
मिलेगी
05-09-2011
1452-24-09-11
1452-24-09-11
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