Sunday, September 4, 2011

मुझ को गुमाँ था वो मेरे साथ हैं

मुझ  को  गुमाँ था
वो मेरे साथ हैं
मेरे दिल पर कुर्बान हैं
उनकी आँखों में
चेहरा मेरा बसा है 
उनका हर लम्हा मेरा है
अब पता चला
ये सिर्फ मेरा ख्याल था
दिल में पल रहा बहम था
वो वक़्त गुजार रहे थे
मेरे दिल से खेल रहे थे
उन्हें निरंतर किसी
और का इंतज़ार था
03-09-2011
1440-15-09-11

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