Thursday, September 8, 2011

मज़ाक मोहब्बत का उड़ाया उन्होंने

कराया उन्होंने
हर लम्हा पहाड़
बनाया
बहुत तरसाया
उन्होंने
बहुत तड़पाया
जी भर के
रुलाया उन्होंने
मिले तो मुंह
फिरा दिया
असली चेहरा
दिखाया उन्होंने
दिल को खिलोना
समझा
मज़ाक मोहब्बत का
उड़ाया उन्होंने
08-09-2011
1464-36-09-11

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