निरंतर कुछ सोचता रहे,कुछ करता रहे,कलम के जरिए बात अपने कहता रहे.... (सर्वाधिकार सुरक्षित) ,किसी की भावनाओं को ठेस पहुचाने का कोई प्रयोजन नहीं है,फिर भी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे तो क्षमा प्रार्थी हूँ )
निराशावादी हँसना भूल जाता है और आशावादी भूलने के लिए हँसता है।रात के बाद ही सुबह आएगी और आएगी निश्चित ही...
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निराशावादी हँसना भूल जाता है और आशावादी भूलने के लिए हँसता है।
रात के बाद ही सुबह आएगी और आएगी निश्चित ही...
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