किस्मत वालों को
मिलते हैं कद्रदाँ
शुक्र खुदा का मानिए
कद्रदानों की कद्र कीजिए
दिल से सलाम उन्हें कीजिए
निरंतर याद उन्हें कीजिए
दूर हो या पास
दुआ उनके लिए मांगिए
जो बढाते हैं होंसला
उन्हें शुक्रिया अदा कीजिए
जो जानते नहीं तुम्हें
कद्र फिर भी तुम्हारी करते
अहसान उनका मानिए
उन्हें प्यार से नवाजिए
इज्ज़त उनकी
कीजिए
26-03-03
26-03-03
डा.राजेंद्र तेला"निरंतर",अजमेर
509—179-03-11
No comments:
Post a Comment