आते हो
मिलते हो
लौट जाते हो
साया भी साथ
ले जाते हो
उसे पास मेरे
रहने दो
अहसास तुम्हारे
पास होने का,
होने दो
दिल को सुकून
मन को चैन
मिलेगा
उस से महरूम
ना रहने दो
खुदा तुमको माना
निरंतर इबादत
करने दो
23-03-03
डा.राजेंद्र तेला"निरंतर",अजमेर
480—150-03-11
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