रिश्ते
बनाने से नहीं बनते
किस्मत से मिले रिश्ते
सदा दिल से नहीं जुड़ते
मजबूरी में ढ़ोने पड़ते
मन के रिश्ते खुद बनते
दिल में गुदगुदी करते
रिश्ते
निभाना आसान नहीं
रिश्तों में बहुत कुछ
सहना होता
दूसरे को समझना होता
सब्र रखना पड़ता
खुद से ज्यादा ख्याल
दूसरे का रखना होता
खुद रो कर दूसरे को
हंसाना पड़ता
दिल लुटा कर
चुप रहना पड़ता
रिश्ते तो रिश्ते होते
निरंतर
बनते बिगड़ते रहते
जिस के कम बिगड़े
उसे भाग्यशाली
कहते
31-03-03
563—233-03-11
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