Tuesday, March 1, 2011

दर्द बहुत दिया ज़िन्दगी ने,जख्म गहरे दिए अपनों ने




332—1-03-11
दर्द बहुत दिया
ज़िन्दगी ने
जख्म गहरे दिए
अपनों ने
बहुत कुछ सहा मैंने
सब मुस्करा कर
झेला मैंने
तोहफा खुदा का
समझा मैंने

नफरत का जवाब
मोहब्बत से दिया मैंने
निरंतर चुप रहना
सीखा मैंने
अपनों की कद्र
जानी मैंने
खुदा उन्हें सुकून दे
हमेशा दुआ की मैंने
01-03-2011
डा.राजेंद्र तेला"निरंतर",अजमेर

No comments: