Friday, March 18, 2011

उसे भी किसी के गम की याद नहीं आएगी




होली आयी
रंगों की बरसात होगी
हर तरफ टोलियाँ घूमेंगी
हास्य व्यंग की महफ़िल 
सजेगी
थालियाँ पकवानों से 
भरी होगी
जिस का कोई गया
आँखें उस की गीली होगी
पिछली होली याद आएगी
मन में उदासी होगी
निरंतर उठ रही
हंसी ठट्ठे की आवाज़
कानों में चुभेगी
थोड़ी खीज भी आएगी
किसी को किसी के गम से
क्या मतलब
सब की होली मनती रहेगी
दुखी की आत्मा दुखी रहेगी
वक़्त के साथ यादें
कम होगी
कुछ साल बाद उसकी भी
होली मनेगी
उसे भी किसी के गम की
याद नहीं आएगी
19-03-2011
डा.राजेंद्र तेला"निरंतर",अजमेर
449—119-03-11

No comments: